विषय
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कुल बिकी प्रतियाँ
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श्रीमद्भगवद्गीता |
1365 लाख |
श्रीरामचरितमानस एवं तुलसी-साहित्य |
1049 लाख |
पुराण, उपनिषद् आदि ग्रन्थ |
247 लाख |
स्त्री एवं बालकोपयोगी साहित्य |
1089 लाख |
भक्त चरित्र एवं भजनमाला |
1553 लाख |
अन्य प्रकाशन |
1337 लाख |
कुल |
68 करोड़ 28 लाख |
गीताप्रेसद्वारा मुख्य रूपसे हिन्दी तथा संस्कृत भाषामें गीताप्रेसका साहित्य प्रकाशित होता है, किन्तु अहिन्दीभाषी लोगोंकी असुविधाको देखते हुए अब तमिल, तेलुगु, मराठी, कन्नड़, बँगला,गुजराती तथा ओड़िआ आदि प्रान्तीय भाषाओंमें भी पुस्तकें प्रकाशित की जा रही हैं और इस योजनासे लोगोंको लाभ भी हुआ है। अंग्रेजी भाषामें भी कुछ पुस्तकें प्रकाशित होती हैं। अब न केवल भारतमें अपितु विदेशोंमें भी यहाँका प्रकाशन बड़े मनोयोग एवं श्रद्धासे पढ़ा जाता है। प्रवासी भारतीय भी यहाँका साहित्य पढ़नेके लिये उत्कण्ठित रहते हैं ।
भाषा वार पुस्तकें
गुजराती |
तेलुगु |
ओडिया |
अंग्रेजी |
बंगला |
बंगला |
मराठी |
तमिल |
कन्नड़ |
असमिया |
मलयालम |
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श्रेणीवार पुस्तकें
श्रीमद्भगवद्गीता |
परम श्रद्धेय स्वामी श्रीरामसुखदासजी के कल्याणकारी साहित्य |
श्रीरामचरितमानस |
नित्य साधन-भजनहेतु |
तुलसीकृत साहित्य |
बालोपयोगी पाठ्य पुस्तक |
सूर-साहित्य |
सर्वोपयोगी प्रकाशन |
पुराण, उपनिषद् आदि |
चित्रकथा |
भक्त-चरित्र |
रंगीन-चित्र प्रकाशन |
परम श्रद्धेय श्रीजयदयालजी गोयन्दका के शीघ्र कल्याणकारी प्रकाशन |
कल्याण के पुनर्मुद्रित विशेषांक |
परम श्रद्धेय श्रीहनुमान प्रसादजी पोद्दार के अनमोल प्रकाशन |
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